नोटबंदी के बाद 10 के सिक्के पर मचा है ये बवाल, आप भी जान लें वरना पछताएंगे

प्रधानमंत्री द्वारा नोटबंदी लागू करने के बाद लोगों को अपने बैंक खाते से रुपये निकालने में काफी परेशानी उठानी पड़ी। इस समय यह समस्या तो नहीं है, लेकिन प्रचलन में होने के बाद भी दुकानदार 10 रुपये का सिक्का नहीं ले रहे हैं। इससे लोगों को परेशान होना पड़ता है।
बाजार में कोई भी दुकानदार दस रुपये का सिक्का नहीं ले रहा है। इससे आए दिन लोगों की दुकानदारों व यात्री वाहन चालकों से नोंक-झोंक होती है। इतना ही नहीं बैंक भी उपभोक्ताओं के दस रुपये के सिक्के नहीं बदल रहे हैं।

पूर्व सरपंच दर्शन चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता कमल भट्टी, नेकां नेता अनिल सिंह काका आदि ने बताया कि यात्री वाहन चालक यात्रियों से और दुकानदार ग्राहकों से दस रुपये का सिक्का नहीं ले रहे हैं। सरकार को इस बारे में उचित कदम उठाने चाहिए। 
असली-नकली सिक्के में फर्क करना हो रहा मुश्किल

उनका कहना था कि आम लोग 10-20 रुपये का ही ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में 10 रुपये का सिक्का नहीं चलने से उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में जब एक बैंक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्हाेंने बताया कि दस रुपये के सिक्कों में कुछ नकली भी थे।

लेकिन, बैंकों के पास कोई ऐसी मशीन नहीं है, जिससे पता लगाया जा सके कि कौन असली सिक्का है और कौन नकली। ऐसे में बैंक भी दस रुपये का सिक्का लेन में हिचकते हैं। लोगों ने मांग उठाई है कि सरकारी मुद्रा की अवहेलना करने वालों पर मामले दर्ज किए जाएं।

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