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जनवरी 15, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जानकारी – 13 ऐसी वेबसाइट्स, जिनके बारे में जानकर आप कहेंगे कि काश पहले पता होता  

इंटरनेट पर करोड़ों वेबसाइट्स उपलब्ध हैं और हर रोज हजारों नई वेबसाइट्स तैयार होती हैं। मगर वेबसाइट्स के इस महासागर में कुछ ही वेबसाइट्स ऐसी हैं, जो अलग सी सर्विसेज ऑफर करती हैं। हम लाए हैं 13 ऐसी ही वेबसाइट्स की लिस्ट, जो बहुत काम की हैं। आप कहेंगे कि काश! इनके बारे में पहले पता होता। आगे देखें… 1. Zamzar.com एक फाइल को दूसरी फाइल में कन्वर्ट करना है तो इसे ट्राई करें। साइनअप करने की भी जरूरत नहीं है। 1200 तरह की फाइल्स को कन्वर्ट किया जा सकता है। अगर आपके पास ऐसा फॉरमैट है जो साइट पर कन्वर्ट नहीं हो रहा, आप उसे इन्हें ईमेल कर दीजिए और वे इसे कन्वर्ट करने की कोशिश करेंगे। 50 MB से बड़े साइज की फाइल फ्री वर्जन में आप अपलोड नहीं कर सकते, यह बात ध्यान रखनी होगी। फाइल बड़ी है तो पेड सर्विस लेनी होगी। 2. Mailinator.com इन दिनों लगभग सभी वेबसाइट्स आपको साइन-अप करने के लिए ईमेल अड्रेस इस्तेमाल करने को कहती हैं। वे साइट्स आपकी ईमेल आईडी को अन्य सर्विसेज के साथ शेयर करेंगी या नहीं, इस बारे में पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। अगर उन्होंने शेयर कर दी तो आपके मेलबॉक्स में स्पैम्स की बाढ़ आ

देश भक्ति की शायरी

1 *दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है . सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं ..*    2 *मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।.*  3 *जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:* *जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:* *हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन;* *मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।*  4 *आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे , शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे , .बच्ची है जो एक बूंद भी लहू की तब तक भारत माँ का आँचल नीलाम ना होने देंगे !.*  5  *मेरी धडकनो में धडकता रहे तु , मेरे देश तुझको नमन है मेरा, जीऊं तो जुबां पर तेरा नाम हो मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा।.* 

इनकम टैक्स देने की नहीं होगी टेंशन, इस तरह करें निवेश

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.चालू वित्त वर्ष समाप्त होने में बहुत कम वक्त बचा हुआ है। अगर आपकी आय कर-योग्य (टैक्सेबल) है और अभी तक आपने टैक्स सेविंग की प्लानिंग नहीं की है तो साल के आखिरी महीनों में आपकी सैलरी का बड़ा भाग टैक्स के रूप में कट सकता है। मेहनत की कमाई का पैसा कटने से आपको दिली तकलीफ होगी और संभव है कि इससे आपके बजट पर भी फर्क पड़े। हम आज आपको वे तरीके बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप टैक्स के रूप में बड़ी रकम बचा सकते हैं। इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसस) निवेश पर जोरदार रिटर्न के साथ टैक्स सेविंग के लिए ईएलएसएस फंड्स एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें निवेशक को लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए। इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए की टैक्स छूट भी आपको ईएलएसएस फंड में निवेश करने पर मिलती है। अगर लॉक इन पीरियड की बात करें तो किसी भी मार्केट लिंक्ड प्रोडक्ट से यह कम है। ईएलएसएस का लॉक इन पीरियड सिर्फ तीन साल का है। ईएलएसएस में निवेश ऑनलाइन शुरू कर सकते हैं। आप केवाईसी ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं। निवेश में ये गलतियां न करें ईएलएसएस निवेशकों के डाटा से अक्सर यह लगता है कि लोग छोटी अव

अमरनाथ यात्रा 29 जून से

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 इस बार की अमरनाथ यात्रा 29 जून को आरंभ होकर 7 अगस्त तक चलेगी। इस बार 40 दिनों की अमरनाथ यात्रा में 6 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, पर अमरनाथ यात्रा के प्रति एक गहरी चिंता का विषय यह है कि राज्य में होने वाली धार्मिक यात्राओं के प्रति गठबंधन सरकार का रवैया उदासीन होने लगा है। यह इसी से साबित होता है कि हाल ही में राज्य सरकार ने आर्थिक सर्वेक्षण 2016 की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य की अर्थव्यवस्था को इन धार्मिक यात्राओं से किसी भी प्रकार का लाभ नहीं होता है। राज्य सरकार द्वारा 1 साल के गैप के बाद पेश की गई आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2014 और 2015 में 8 मिलियन से अधिक लोग धार्मिक यात्राओं पर जम्मू-कश्मीर में आए, पर उन्होंने राज्य की आर्थिक स्थिति में कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाई बल्कि उलटे उनकी सुविधाओं तथा सुरक्षा की खातिर राज्य सरकार को करोड़ों रुपया खर्च करना पड़ा। धार्मिक श्रद्धालुओं के प्रति राज्य सरकार का इशारा अमरनाथ यात्रा तथा वैष्णोदेवी की यात्रा में शामिल होने वाले लोगों से है। यह रिपोर्ट कहती है कि धार्मिक यात्राओं पर आने वाले ल

सुविचार

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पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है"    "जिसको समस्या न हो"            "और" "पृथ्वी पर कोई समस्या ऐसी नहीं है" "जिसका कोई समाधान न हो... मंजिल  चाहें  कितनी भी  ऊँची  क्यों न हो,  रास्ते  हमेशा  पैरों  के  नीचे  ही  होते है।                     सुप्रभात  

मंत्रिमंडल ने 105 पुराने कानूनों को खत्म करने की मंजूरी दी

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 पुराने और निरर्थक हो चले कानूनों से निजात पाने की कोशिशों के तहत बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 105 पुराने निरर्थक कानूनों को खत्म करने की मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले मंत्रिमंडल ने 105 पुराने अधिनियमों को हटाने के लिए निरस्त एवं संशोधन विधेयक-2017 पेश करने को मंजूरी दे दी। केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि मई, 2014 से अगस्त, 2016 के बीच 1,175 ऐसे पुराने कानूनों को हटाया जा चुका है। केंद्र सरकार ने ऐसे 1,824 केंद्रीय कानूनों को चिह्नित किया है, जो इतने पुराने पड़ चुके हैं कि उनकी उपयोगिता समाप्त हो चुकी है। प्रसाद ने बताया कि विभिन्न राज्य सरकारों से भी पुराने पड़ चुके 227 कानूनों को हटाने का अनुरोध किया है। विधि मंत्रालय के अनुसार, अनुपयोगी हो चुके कानूनों की एक सूची सभी मंत्रालयों और विभागों को भेजा गया है, जिस पर उनकी राय मांगी गई है। राज्य के विभागों सहित 73 मंत्रालयों/विभागों ने 105 कानूनों के हटाए जाने पर सहमति दे दी है, जबकि 139 ऐसे कानूनों को हटाने पर सहमति नहीं मिली है।

गर्ल्स सेफ्टी और फ्रेंड्स की लोकेशन के लिए लांच हुआ ये एप

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 मोबाइल एप के मार्केट में एक नया एप लांच किया गया है। इस एप का नाम है SeekPeek। इसके जरिए आपके दोस्त आपकी लोकेशन के बारे में आसानी से जान सकते हैं और आप खुद भी अपनी फैमली और दोस्तों के साथ अपनी लोकेशन को बस एक क्लिक के जरिए शेयर कर सकते हैं। इस एप को महिलाएं खुद की सुरक्षा के लिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं। महिलाएं जहां भी जा रही हैं इस एप के जरिए अपनी रियल लोकेशन को अपनी फैमली और दोस्तों के साथ साझा कर सकती हैं, जिससे अगर वो किसी समस्या में फंसी हैं तो उनकी लोकेशनका पता आसानी से चल जाएगा। एप के माध्यम से आप दोस्तों को छोटे संदेश भी भेज सकते हैं। इस एप को एंड्रॉयड यूजर्स फ्री में गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं, इसके लिए गूगल आपसे कोई चार्ज नहीं लेगा। ये एप अभी सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। लोकेशन शेयर के लिए बना है एप SeekPeek एप मुख्य रूप से आपकी लोकेशन को शेयर करने के उद्देश्य से बनाया गया है। हमें अकसर अपने दोस्तों और फैमली की चिंता रहती है जब वो हमसे दूर कहीं बाहर जाते हैं। हम ये पता लगाना चाहते हैं कि वो कहां हैं और कैसे हैं? SeekPeek एप एक सबसे

पति-पत्नी के चुटकुले

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1 पत्नी: कहा हो? नवजोत सिद्धू : कॉमेडी शो में पत्नी: कौन से ? कपिल शर्मा वाले में या राहुल गांधी वाले में    2 सुपर जोक्स..... पत्नी: खिड़की के परदे लगवा दो, नया पड़ोसी मुझे बार-बार देखने की कोशिश करता है पति: एक बार ठीक से देख लेने दो, वह खुद ही परदे लगवा लेगा.. 

हरगोविंद खुराना

डॉ हरगोविंद खुराना एक भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक थे जिन्हें सन 1968 में प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का प्रदर्शन करने के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार साझा तौर पर दो और अमेरिकी वैज्ञानिकों के साथ दिया गया। सन 1968 में ही डॉ॰ निरेनबर्ग के साथ डॉ खुराना को लूशिया ग्रौट्ज हॉर्विट्ज पुरस्कार भी दिया गया। हरगोविंद खुराना का जन्म ब्रिटिश इंडिया में रायपुर (मुल्तान, अब पाकिस्तान में) में हुआ था पर सन 1966 में उन्होंने अमेरिकी नागरिकता ग्रहण कर ली थी। सन 1968 में चिकित्सा विज्ञानं का नोबेल पुरस्कार मिला सन 1958 में उन्हें कनाडा का मर्क मैडल प्रदान किया गया सन 1960 में कैनेडियन पब्लिक सर्विस ने उन्हें स्‍वर्ण पदक दिया सन 1967 में डैनी हैनमैन पुरस्‍कार मिला सन 1968 में लॉस्‍कर फेडरेशन पुरस्‍कार और लूसिया ग्रास हारी विट्ज पुरस्‍कार से सम्मानित किये गए सन 1969 में भारत सरकार ने डॉ. खुराना को पद्म भूषण से अलंकृत किया पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ ने डी.एस-सी. की मानद उपाधि दी

हरगोविंद खुराना

डॉ हरगोविंद खुराना एक भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक थे जिन्हें सन 1968 में प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का प्रदर्शन करने के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार साझा तौर पर दो और अमेरिकी वैज्ञानिकों के साथ दिया गया। सन 1968 में ही डॉ॰ निरेनबर्ग के साथ डॉ खुराना को लूशिया ग्रौट्ज हॉर्विट्ज पुरस्कार भी दिया गया। हरगोविंद खुराना का जन्म ब्रिटिश इंडिया में रायपुर (मुल्तान, अब पाकिस्तान में) में हुआ था पर सन 1966 में उन्होंने अमेरिकी नागरिकता ग्रहण कर ली थी। सन 1968 में चिकित्सा विज्ञानं का नोबेल पुरस्कार मिला सन 1958 में उन्हें कनाडा का मर्क मैडल प्रदान किया गया सन 1960 में कैनेडियन पब्लिक सर्विस ने उन्हें स्‍वर्ण पदक दिया सन 1967 में डैनी हैनमैन पुरस्‍कार मिला सन 1968 में लॉस्‍कर फेडरेशन पुरस्‍कार और लूसिया ग्रास हारी विट्ज पुरस्‍कार से सम्मानित किये गए सन 1969 में भारत सरकार ने डॉ. खुराना को पद्म भूषण से अलंकृत किया पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ ने डी.एस-सी. की मानद उपाधि दी

आईपीएल -10 मेंच सिडयुल

VIVO IPL-10 🏏   🏆 MATCHES   9/4/2017    MI/RPS 10/4/2017  KKR/DD 11/4/2017  KXIP/GL 12/4/2017  RCB/SRH 13/4/2017  KKR/MI 14/4/2017  GL/RPS 15/4/2017  DD/KXIP 16/4/2017  SRH/KKR 16/4/2017  MI/GL 17/4/2017  KXIP/RPS 17/4/2017  RCB/DD 18/4/2017  SRH/MI 19/4/2017  KXIP/KKR 20/4/2017  MI/RCB 21/4/2017  GL/SRH 22/4/2017  RPS/RCB 23/4/2017  DD/MI 23/4/2017  SRH/KXIP 24/4/2017  GL/RCB 24/4/2017  RPS/KKR 25/4/2017  KXIP/MI 26/4/2017  SRH/RPS 27/4/2017  DD/GL 28/4/2017  MI/KKR 29/4/2017  RPS/GL 30/4/2017  DD/KKR 30/4/2017  SRH/RCB 01/5/2017  GL/KXIP 01/5/2017  RPS/MI 02/5/2017  RCB/KKR 03/5/2017  GL/DD 04/5/2017  KKR/KXIP 05/5/2017  DD/RPS 06/5/2017  SRH/GL 07/5/2017  RCB/RPS 07/5/2017  KXIP/DD 08/5/2017  MI/SRH 08/5/2017  KKR/GL 09/5/2017  KXIP/RCB 10/5/2017  RPS/SRH 11/5/2017  RCB/MI 12/5/2017  SRH/DD 13/5/2017  MI/KXIP 14/5/2017  RCB/GL 14/5/2017  KKR/RPS 15/5/2017  MI/DD 15/5/2017  KXIP/SRH 16/5/2017  KKR/RCB 17/5/2017  RPS/DD 18/5/2017  RC

पति-पत्नी के चुटकुले

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1 एक बार पति-पत्नी में झगडा हो रहा था , जब झगडा बहुत ही बढ गया | पति ने क्रोध को काबू में रखते हुए कहा- अब तुम एक शब्द भी मत बोलना वरना मेरे अंदर जो पशु बैठा हैं वह जाग जाएगा | पत्नी बोली - जागने दो तुम्हारे अंदर के पशु को , भला चूहे से भी कोई डरता हैं | 2 पति-पत्नी के जगडे में पत्नी कुछ बढ-चढकर बोल गई | पति ने अपना अधिकार जताते हुए कहा - मैं कहता हूं , अपने शब्द वापस ले लो | पत्नी बोली - नहीं लेती | पति ने फिर गुस्से में कहा - आखिरी बार कहता हूं अपने शब्द वापस ले लो , मैं तुम्हें पांच मिनट का समय देता हूं | पत्नी ने शांत भाव से पूछा - और अगर पांच मिनट के अंदर अपने शब्द वापस न लिए तो ? पति ने कहा- अच्छा , तो तुम्हें कितना समय चाहिए ?

गुजरात 66 साल बाद फाइनल में पहुंचा और बन गया रणजी ट्रॉफी विजेता, मुंबई 26 साल में पहली बार फाइनल हारा

कप्तान पार्थिव पटेल के विषम परिस्थितियों में बनाये गये लाजवाब शतक से गुजरात ने 41 बार के चैंपियन मुंबई को पांच विकेट से हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीता। ‘बम्बई से मुंबई’ बनने के बाद रणजी फाइनल में पहली हार है। इस मैच से पहले मुंबर्इ 1990-91 में आखिरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में हारा थी। उस समय हरियाणा ने उसे दो रन से मात दी थी। इसके बाद मुंबई की टीम ने 11 फाइनल जीते। मुंबई की टीम का यह 46वां रणजी फाइनल था और वह केवल पांच बार हारा है। वहीं गुजरात की टीम दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी। गुजरात 66 साल पहले 1950-51 में फाइनल में पहुंचा था लेकिन तब उसे होलकर (अब मध्यप्रदेश) ने इंदौर में ही खेले गये फाइनल में 189 रन से हरा दिया था। गुजरात के सामने 312 रन का लक्ष्य था और उसने पार्थिव की 143 रन की बेजोड़ पारी के दम पर मैच के पांचवें और अंतिम दिन पांच विकेट पर 313 रन बनाकर राष्ट्रीय चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। पार्थिव पटेल को उनकी शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। गुजरात ने रणजी फाइनल में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का भी रिकॉर्ड बनाया। इससे पहले का रिकॉर्ड हैदराबाद के नाम पर थ