प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च किया नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन

प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च किया नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, जानें इसके बार में सबकुछ*_

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत हर भारतवासी का अपना एक यूनिक आइडेंटिटी नंबर (Unique Identity Number) होगा. इस नंबर के अंतर्गत आपके स्वास्थ्य से जु़ड़ी सभी जानकारियां इसमें शामिल रहेंगी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से लगातार सातवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया और कई बातों का जिक्र किया जिनमें से एक ‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’ है. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आत्मनिर्भरता’ को कोरोना वायरस महामारी से मिली सबसे बड़ी सीख करार देते हुए इस अभियान की घोषणा की.

पीएम मोदी ने इस दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि इससे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कालखंड में आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी सीख स्वास्थ्य क्षेत्र ने सिखाई है.

यूनिक आइडेंटिटी नंबर

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत हर भारतवासी का अपना एक यूनिक आइडेंटिटी नंबर (Unique Identity Number) होगा. इस नंबर के अंतर्गत आपके स्वास्थ्य से जु़ड़ी सभी जानकारियां इसमें शामिल रहेंगी. उन्होंने बताया कि इस योजना से हर देशवासी को एक तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस मिशन के तहत पर्सनल मेडिकल रिकॉर्ड और जांच सेंटर जैसे संस्थानों को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लेकर आएंगे. उन्होंने कहा ऐसा इसलिए किया जा ताकि दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों तक चिकित्सकीय सुविधाएं पहुंचाई जा सकें.

क्या है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन?

नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत एक विशेष कार्ड जारी किया जाएगा. ये आधार कार्ड की तरह होगा. उल्लेखनीय है कि इस कार्ड के जरिए मरीज के निजी मेडिकल रिकॉर्ड का पता लगाया जा सकेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन ( NDHM ) आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ( Jan Aarogya ) की तर्ज पर होगा. ताकि, देश में स्वास्थ्य सेवाओं की दक्षता, प्रभावशीलता और पारदर्शिता में सुधार किया जा सके.

इससे क्या होगा फायदा

इस आईडी में आपको विकल्प दिया जाएगा कि इसे आधार से लिंक करवाना है कि नहीं, यह पूरी तरह आपकी मर्जी पर आधारित होगा. इस कार्ड में आपके स्वास्थ्य का जो भी लेखा- जोखा होगा वह एक तरह से डिजिटल लॉकर की तरह काम करेगा. इसके जरिए आपको एक य़ूनिक आईडी प्रदान की जाएगी  और जब आप किसी भी डॉक्टर के पास इलाज कराने जाएंगे तो साथ में आपको सारे पर्चे और टेस्ट रिपोर्ट नहीं ले जानी पड़ेगी बल्कि इसी आईडी से आपका काम चल जाएगा. यदि आप अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं तो डॉक्टर कहीं से भी बैठकर आपकी सारी मेडिकल रिपोर्ट देख सकता है.

यह योजना कैसे करेगा काम?

इस योजना के अंतर्गत, अस्पताल, क्लिनिक, डॉक्टर को एक सेंट्रल सर्वर से जोड़ दिया जाएगा. इससे व्यक्ति का मेडिकल डाटा भी उसी सर्वर पर मौजूद रहेगा. हालांकि, सरकार की इस योजना से जुड़ने के लिए अस्पताल और नागरिकों पर निर्भर करेगा. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन में मुख्य तौर पर चार चीजों पर फोकस किया गया है. हेल्थ आईडी, व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड, देशभर के डिजी डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं का रजिस्ट्रेशन.

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