Mahasivratri nu mahtava

🌹🌿महाशिवरात्री🌿🌹
महाशिवरात्रि इस बार सात मार्च को पंचग्रही व शिव योग में हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस दिन कुंभ राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, शुक्र व केतु, पांच ग्रह मिलन (युति) करेंगे। विशेष में वरुण (नेप्च्यून) भी कुम्भ में है   ज्योतिषाचार्यों के अनुसार स्थिर राशि कुंभ में पांच ग्रहों का यह योग महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा करने वाले शिव भक्तों को स्थिर लक्ष्मी व आरोग्यता प्रदान करेगा।

इस बार शैव और वैष्णव दोनों मतों के लोग एक ही दिन शिवरात्रि का पर्व मनाएंगे।  महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग 18 साल बाद बन रहा है। इससे पूर्व यह विशेष योग 25 फरवरी 1998 में बना था। इसके बाद 9 मार्च 2024 को यह योग बनेगा।

भगवान शिव को प्रसन्न करने की रात

शैव व वैष्णव दोनों मतों के लोगों के एक ही दिन यह पर्व मनाने के कारण चार प्रहर की पूजा भी इसी दिन की जाएगी। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर प्रहर में गन्ना, डाब (कुशा), दुग्ध, खस आदि का अभिषेक किया जाएगा। साथ ही रुद्र पाठ, शिव महिमन और तांडव आदि विविध स्त्रोत्रों का पाठ होगा। षोड्षोपचार पूजन के साथ भगवान शिव को आक, धतूरा, भांग, बेर,  चढ़ाया जाएगा। पंचवक्त्र पूजा में तो विभिन्न और विशिष्ट सामग्री से महादेव प्रसन्न होते है ।  किसी व्यक्ति की कुंड़ली में राहु-केतु के मध्य में आने पर बनने वाला कालसर्प योग का निवारण महाशिवरात्री की पूजा द्वारा बहूश: हो जाता है ।

चार प्रहर पूजन का समय मुम्बई में
और रेखांश..82°~30'【E】
पर स्थित अन्य प्रदेशो मे वैध-लागुँ
【IST से  -38मिनट-40सेकंड】
(अन्य प्रदेश में स्थानिक  रेखांतर से ⌚
समय संस्कार【correction】जरुर करे.

1⃣प्रथम प्रहर : सायंकाल 6.44 से रात्रि 9.46बजे तक
2⃣द्वितीय प्रहर : रात्रि 9.46 से 12.49 बजे तक
3⃣तृतीय प्रहर : मध्यरात्रि 12.49 से 3.51 बजे तक
4⃣चतुर्थ प्रहर : मध्यरात्रि बाद 3.51 से प्रात: 6.54 बजे तक

🕉निशीथ काल : मध्यरात्रि 12.25 से 1.13 बजे तक
                🌹🌿हरिःओउःम्🌹🌿

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