LCD और LED में क्या अंतर है


मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन LCD और LED है क्योकि पहले टीवी था पर टीवी में बदलाव करके ही LCD और LED बनी और LCD और LED  के बारे में तो सायद आप सभी ही जानते होगे क्योकि आज सायद ही कोई ऐसा बचा है जिसने टीवी नही देखा और आज जगह जगह पर LCD और LED लगी होती है तो सभी को पता ही चल जाता है की ये क्या है पर सीधे ही LCD और LED नही बनाई गयी थी

 

तो बाजार में विकल्पों की भरमार है. हम असमंजस में पड़ जाते हैं कि कौन सा टीवी अच्छा है. तो आपको फेसला करने में आसानी हो इसके लिए जरूरी है कि आप पहले तय कर लें कि आपको किस तरह की टीवी चाहिए. LCD या  LED तो में आज आपको बताउगा LCD और  LED जिस से आप आसानी से यह देख सकते है की कोन सा खरीदे क्योकि इनमे बहुत अंतर है.  

LCD (liquid-crystal display)

 
LCD, या लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले, टेलीविजन में फ्लैट-पैनल डिस्पले होता है और इसको जॉर्ज एच Heilmeier, ने बनाया जो एक एक बिजली इंजीनियर थे उन्होंने  1960 में टीवी में कुछ बदलाव करके स्क्रीन डिस्प्ले बनाने की सोची जिसमे क्रिस्टल का इस्तेमाल किया और और उन्होंने स्क्रीन डिस्प्ले तेयार कर दी और एलसीडी टेलीविजन कैथोड रे ट्यूब (सीआरटी यानी टीवी) से पतली और हल्की होती है और टीवी के मुकाबले कम लाइट लेती है और अच्छी स्क्रीन होती है  यह स्क्रीन लाइट को रोकने या उसे गुजरने देने के लिए लिक्विट क्रिस्टल के लाइट-मॉड्यूलिंग गुणों का इस्तेमाल करती है. इनमें से हर क्रिस्टल ईमेज का नन्हा टुकड़ा तैयार करता है और एक साथ मिलकर एकदम स्पष्ट ईमेज बनाता है.  और क्रिस्टल को आमतौर पर पिक्सल कहा जाता है बिजली के करंट को घटाकर या बढ़ाकर इस ईमेज के रंग और पारदर्शिता को बदला जा सकता है .
 
LED (Light Emitting Diode)

 
LED  टीवी वैसे तो LED का नया रूप है इसके अलावा इसकी पिक्चर क्वालिटी में दमदार होती है और इसकी लाइफ भी ज्यादा होती है। क्योकि LED, या लाइट-एमिटिंग डायोड स्क्रीन अपने समरुप LCD वाली तकनीक का ही प्रयोग किया गया है पर एक अंतर है कि ये फ्लोरोसेंट बल्ब से प्रकाशित होने की जगह लाइट निकालने वाले डायोड से जलते हैं ये बल्ब तुलनात्मक रूप से अधिक छोटे होते हैं. लेकिन फ्लोरोसेंट बल्ब से ये अधिक सक्षम होते हैं

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Kavi ane tena upnam..